Wednesday, July 14, 2010

What? ProvideX. OOPs!!

जी हाँ, जैसा नाम है वैसा ही कुछ बताने भी जा रहा हूँ.. कुछ आगे लिखने से पहले ही बताना चाहूँगा कि यह पोस्ट उन लोगों के लिए है जिन्हें Object Oriented Programming कि सामान्य जानकारी हो.. कोशिश करूँगा कि आने वाले दिनों में कुछ पोस्ट Object Oriented Programming पर भी डालूं..

मैं आजकल जिस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर काम कर रहा हूँ उसका नाम है ProvideX. इसमे Inheritance का कंसेप्ट मुझे बेहद मजेदार लगा था जिसे आपके सामने ला रहा हूँ.. हो सकता है कि किसी अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में भी यह कंसेप्ट प्रयोग में लाया जाता हो, अगर ऐसा है तो यहाँ वह जानकारी बांटने कि कोशिश करें..

इस चित्र पर एक नजर डालें, जिसमे CLASS A एवं CLASS B को CLASS C Inherit कर रहा है :



मजेदार बात अब शुरू होती है.. अब अगर हम एक Object बनाए CLASS A का तो वह Object CLASS B के भी सारे Methods एवं Properties को आराम से Access कर सकता है.. एक आम OOP(Object Oriented Programming) में यह संभव नहीं है, मगर ProvideX में इसे ही एक नयी खूबी बना कर सामने रख दिया गया है..

नोट : पते कि बात यह है कि .Net में इस तरह कि कई छेड़-छाड़ की गई है और उसे .Net की खूबी कि तरह ब्रांडिंग किया गया है.. :)

Thursday, July 08, 2010

Cloud Computing और Virtualization

एक जमाना हुआ यहाँ कुछ लिखे हुए.. आजकल Cloud Computing सीख रहा हूँ और इत्तेफाक से अभी चंद दिन पहले ही मसिजीवी जी ने कहा कि हिंदी ब्लॉग के गीक लोगों के लिए भी कुछ लिखो इस पर.. उनकी बात कुछ जम गई, और साथ ही सोचा कि इसी बहाने मुझे भी कुछ सीखने को मिल जाएगा.. अब चूंकि अभी सीख ही रहा हूँ, सो भूल-चूक कि गुंजाइश खुला रख छोड़ा है.. कहीं कुछ भटका तो आप पाठक मुझे संभाल लेना.. :)

अगर कोई Cloud Computing की बात करे और उसमे Hardware Virtualization कि बात ना आये, यह संभव ही नहीं है.. Hardware Virtualization भौतिक अभिलक्षण(Physical Characteristic) को छुपाने की तकनीक है.. इसमे अक्सर हम एक ही Hardware को विभिन्न Operating Systems के बीच एक साथ शेयर करते हैं.. अधिक जानकारी के लिए इस लिंक को आप देख सकते हैं..

अपने अब तक के व्यावसायिक अनुभव के आधार पर मैं यह मानता हूँ कि सबसे अधिक Virtual PC(VPC जो Microsoft का उत्पाद है) और Virtual Box(जो अभी Oracle का उत्पाद है, कुछ समय पहले या Sun Microsystem का उत्पाद हुआ करता था) का सर्वाधिक प्रयोग होता है.. दोनों कि ही अपनी अलग खूबियां है.. इन दोनों के बीच का कुछ अंतर इस पोस्ट में और कुछ आने वाले अगले पोस्ट में बताता हूँ.. इन दोनों का ही प्रयोग करते हुए आप एक साथ, एक ही Hardware का प्रयोग करते हुए, अलग-अलग Operating System पर काम कर सकते हैं.. आम तौर पर Tester द्वारा इसका प्रयोग बहुतायत में होता है..

आज जाने Virtual Box के बारे में..

Virtual Box :

1. सबसे पहले आप इसे इस लिंक पर जाकर डाउनलोड कर लें..

2. Virtual Box को खोले.. आपको "New" नाम का बटन दिखेगा.. उसे दबाने से एक Installation Wizard खुलेगा, जहाँ आपसे यह पूछा जाएगा कि आप कौन सी कंपनी का और कौन सा ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टाल करना चाहते हैं? यह एक प्रकार से इसकी खूबी है.. VPC(Virtual PC) में आपको सिर्फ और सिर्फ माइक्रोसाफ्ट से सम्बंधित विकल्प ही उपलब्ध रहता है.. अगर कोई दूसरा ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयोग में लाना हो तो "Others" का विकल्प भी दोनों ही साफ्टवेयर में उपलब्ध है..



मैं यहाँ Microsoft Windows XP चुन रहा हूँ..

3. अब आगे बढ़ने पर आपको अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए RAM का आकार चुनने के लिए कहा जाएगा.. अब यहाँ इस जगह VPC बाजी मार ले जाता है.. Virtual Box में आप अधिकतम 1500 MB RAM का ही चुनाव कर सकते हैं, जबकि VPC में आपसे यह आपके पूरे RAM का आकार दिखा कर पूछता है कि आप अपने RAM के कितने हिस्से का प्रयोग करना चाहते हैं.. उदहारण के तौर पर, अगर आपके कम्प्युटर में 4GB का RAM लगा है, जिसमें से आप 2GB RAM अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए सुरक्षित रखना चाहते हैं तो यह Virtual Box में संभव नहीं है मगर यही काम आप VPC में आराम से कर सकते हैं..



मैंने यहाँ 512 MB का चुनाव किया है..

4. अब यह आपसे यह पूछेगा कि आप अपने हार्ड डिस्क के मेमोरी में से कितना मेमोरी इसके लिए देना चाहेंगे? यह आप पर निर्भर करता है कि आप कितना मेमोरी देते हैं.. Virtual Box कि अधिकतम सीमा 2TB(1 Tera Byte = 1024 GB) तक ही है.. मगर VPC में आप जितना चाहे उतने तक जाता है, बस आपके पास उतना मेमोरी का हार्ड डिस्क होना चाहिए.. मगर Virtual Box कि एक खूबी VPC पर भारी पड़ती है.. Virtual Box में Dynamically Expanding Storage का विकल्प उपलब्ध है जो VPC में नहीं है.. इस सुविधा में आपका ऑपरेटिंग सिस्टम में जितना माल भरेंगे, यह उतना ही मेमोरी आपके हार्ड डिस्क में लेगा.. हाँ, मगर अधिकतम सीमा आपको ही तय करने होंगे..



यह एक फाइल बनाएगा जिसका एक्सटेंशन .VDI(Virtual Disk Image) रहेगा..

5. अब अगले पर क्लिक करने पर आपको यह Windows XP इंस्टाल करने को तैयार मिलेगा..



अब सिर्फ आपको CD Drive में Windows XP का बूटेबल CD डालना है.. फिर Virtual Box में से अपने नए बनाये गए Instance को सेलेक्ट करके "Start" बटन पर क्लिक कर देना है..

चलते-चलते: मेरे द्वारा बनाये गए एक बेकार से कार्टून को भी देखते जाएँ.. यह कल्पना है आज से कुछ वर्ष बाद का :) :


Wednesday, February 10, 2010

अंतर्जाल में हिंदी को अभी भी कई दूरियां पाटनी हैं

गूगल रीडर के सेटिंग का लिया हुआ यह स्नैप शॉट ही असलियत बयान कर रहा है.. मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है..



वैसे कुछ दिनों पहले किसी ब्रिटिश साईट पर घूम रहा था वहां मुझे हिंदी का भी ऑप्शन मिला था, जिसे देख सुखद अनुभूति भी हुई थी.. कुल मिला कर मैं सिर्फ इतना कहना चाह रहा हूं कि हिंदी का विकास अंतर्जाल पर हो तो रहा है, मगर इसकी रफ्तार और तेज होनी चाहिये..

अभी मैं अपने गूगल रीडर के सेटिंग को अंग्रेजी से हिंदी में करने के लिये पहूंचा तब वहां हिंदी को ना देखकर अफ़सोस हुआ.. मन के भाव को दुनिया के सामने लाने का ब्लौग से बढ़िया कोई और साधन मुझे दिखा नहीं.. इसे पोस्ट करने का मूल सबब बस इतना ही है..